शेर
दोस्त ना दुश्मन ही सही, पर तेरे ज़ेहन में तो हूँ .
नज़र संभाल के तो देखा ज़रा
मैं हूँ ओ ख़ुशी का साया
जो तेरे कहीं इर्द-गिर्द ही तो हूँ .
सर्वाधिकार सुरक्षित@ किशन कारीगर
दोस्त ना दुश्मन ही सही, पर तेरे ज़ेहन में तो हूँ .
नज़र संभाल के तो देखा ज़रा
मैं हूँ ओ ख़ुशी का साया
जो तेरे कहीं इर्द-गिर्द ही तो हूँ .
सर्वाधिकार सुरक्षित@ किशन कारीगर