शेर
उनका यूं नयन झुकाना
नजरें बचाकर मुस्कुराना
सोचने को हम मजबूर थे
थोड़ा-थोड़ा समझे जरूर थे
कहीं यह प्यार का सिलसिला तो नहीं
राजेश व्यास अनुनय
उनका यूं नयन झुकाना
नजरें बचाकर मुस्कुराना
सोचने को हम मजबूर थे
थोड़ा-थोड़ा समझे जरूर थे
कहीं यह प्यार का सिलसिला तो नहीं
राजेश व्यास अनुनय