शेर (वक्त)
1- हारकर क्यूँ ऐ वक्त हमसे दूर जा रहा है
इत्ते से सितम मे दिल को मजा आया नहीं है
अभी तो समझ आया नहीं तेरे बाजुओं का जोर
दिल गम का आदी हो गया या तूने सितम ढाया नहीं है
2- ठहर जरा ऐ वक्त कभी क्या तेरे कदम थकते नहीं
पल भर तो राहत लेने दे इतनी बेदर्दी से भी सफर करते नहीं
M.Tiwari”Ayen”