मैं कविता लिखता हूँ तुम कविता बनाती हो
एक पति पत्नी भी बिलकुल बीजेपी और कांग्रेस जैसे होते है
किसी बेवफा में वफा ढूंढ रहे हैं
वो एक एहसास
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
सबसे सुंदर जग में अपना, तीर्थ अयोध्या धाम है (गीत)
यूं आंखों ही आंखों में शरारत हो गई है,
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
तेरी नज़रों में अब वो धार नहीं