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3 Aug 2018 · 1 min read

शून्य

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शून्य का होता है नहीं ,कोई ओर-छोर।
शून्य से करके शुरू ,चले अनन्त की ओर।
इक अजीब सा सुख यहाँ ,करता भाव विभोर।
अजब-गजब दुनिया चले, पकड़ शून्य की डोर।
? ? ? ? -लक्ष्मी सिंह ? ☺

Language: Hindi
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