गुजरते लम्हों से कुछ पल तुम्हारे लिए चुरा लिए हमने,
नफरतों से अब रिफाक़त पे असर पड़ता है। दिल में शक हो तो मुहब्बत पे असर पड़ता है। ❤️ खुशू खुज़ू से अमल कोई भी करो साहिब। नेकियों से तो इ़बादत पे असर पड़ता है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
आजमाती है ज़िन्दगी तो, इम्तिहान कड़े होते हैं।
अपनी इस तक़दीर पर हरपल भरोसा न करो ।
चलो हम तो खुश नहीं है तो ना सही।
कुछ अजूबे गुण होते हैं इंसान में प्रकृति प्रदत्त,