शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
जाहि विधि राखे राम , ताहि विधि रहिये ।
सीताराम सीताराम सीताराम कहिये ।।
ये भाव यदि हृदय में बस जाये तो जीने का आनंद अनौखा हो जाता है ।
जय श्री राधे !
जय श्री कृष्ण !
***
शुभ प्रभात मित्रो !
जाहि विधि राखे राम , ताहि विधि रहिये ।
सीताराम सीताराम सीताराम कहिये ।।
ये भाव यदि हृदय में बस जाये तो जीने का आनंद अनौखा हो जाता है ।
जय श्री राधे !
जय श्री कृष्ण !
***