*शुभ दीपावली*
शुभ दीपावली
दीप नेह का परिचायक है
दीप सुखद शुभ फलदायक है
तमस मिटाकर स्वयं जला है
तिमिर विनाशक द्युति नायक है
राग द्वेष को पीछे छोड़ें
गले लगाएं मुख ना मोड़ें
दीप प्रेम का जल ही जाना
पहले दीप बुझाना छोड़े
©दुष्यंत ‘बाबा’