शीर्षक – गुरु ईश्वर
शीर्षक -गुरु ईश्वर
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गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु गुरु देवो महेश्वरा।
गुरु साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नमः।।
हम सभी इसी से गुरु वंदना करते हैं।
सच तो यही हमारे जीवन का सच हैं।
जिंदगी एक सोच हमारी अपनी होती हैं।
सेना सीमा पर अपना कर्तव्य निभाती हैं।
कड़वा पर सच गुरु मन भावों में श्रृद्धा हैं।
हमारे मन और विचारों का सूकुन होता हैं।
जन्म मरण और कुदरत जिसके साथ हैं।
हमारे जीवन में पंच तत्व की राख हाथ हैं।
तब हमारा शरीर पंच तत्व में विलीन होता हैं।
तब संसारिक मोह-माया सच समझ आती हैं।
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नीरज कुमार अग्रवाल चंदौसी उ.प्र