शीर्षक:सफर
चलो चलते हैं मन बना….
कुछ पल जिंदगी जीने की इजाजत चाहते हैं
जिंदगी की अहमियत को बहुत जान लिया
चलो चलते हैं मन बना लिया…
अब तो बस हकीकत को समझना चाहते हैं
जिंदगी में उम्मीदों का दौर बहुत देख लिया
चलो चलते हैं मन बना लिया…
अब दिल को सुकून हो चाहत रखते हैं
जीने की तमन्ना को बस अब मन मे बसा लिया
चलो चलते हैं मन बना लिया…
बहुत दूर जाने की ख़्वाहिश अब तो रखते हैं
तभी तो लंबे सफर को आज अपना लिया
चलो चलते हैं मन बना लिया…
शायद खुशियां मेरी महंगी तुझको लग रही हैं
तभी आज अकेले ही चलने का कदम उठा लिया
चलो चलते हैं मन बना लिया…..
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद