शीर्षक:पापा की अनमोल सीख
शीर्षक:पापा की हिंदुत्व सीख
अमर रहे भारत देश,अमर मेरे जवान रहे
बोल पापा के मुझे सदा ही याद रहे
हिंदू संस्कृति उच्च हमारी यही ज्ञान वो देते रहे
अध्यात्मिकता की अमर गाथा मुझे वो समझाते रहे
पापा की हिंदुत्व सीख…
एकता ही आधार शिला हैं हिदुत्व की
शक्ति जीवन हैं बस यही सिखलाते रहे
निर्बलता मृत्यु समान होती कहते रहे
कभी न हिम्मत हारना बतलाते रहे
पापा की हिंदुत्व सीख…
आत्मा अमर है विस्तार जीवन हैं
मृत्यु मात्र स्वप्न है सिखलाते रहे
संकुचन हैं कुछ समय का मृत्यु
आत्मा अमर हैं सिखलाते रहे
पापा की हिंदुत्व सीख..
जीव प्रेम करो प्रेम जीवन ही तो हैं
द्वेष मृत्यु समान होता हैं दुःख दाई
वैचारिक पवित्रता धारण करो बोलते थे
धैर्य और संयम से कार्य करो व सभी सुनो कहते थे
पापा की हिंदुत्व सीख..
आकांक्षा की इच्छा किसी से न रखो
सब के लिए नेक कार्य करते चलो कहते थे
अज्ञानता को दिया दिखा सको तो प्रयास करो
असमानता कुछ बंधन नही समान सब कहते रहे
पापा की हिंदुत्व सीख…
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद