Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jan 2021 · 1 min read

शीत

शीत
***
ऋतु जाड़े में लगे है , बहुत प्यारी आग
रोटी हो बाजरे की , मिले चने का साग

मैथी बथुआ मिला कर , ले आटे को माड़
सर्द दूर हो तभी ही ,नहीं कांपते हाड़

हीटर अलाव जला कर , बैठ जाये आप
करे नहीं मन जरा भी , दूर तनिक हो ताप

खाकर तिल के लड्डू हम ,खूब मनाये मौज
मूंगफली संग गजक भी , होगी बल्ले रोज

लगे रजाई सखा सी , स्वेटर अपने मीत
शॉल ढके जब देह को ,मिटे तभी यह शीत

Language: Hindi
74 Likes · 414 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
जिन्दगी की किताब में
जिन्दगी की किताब में
Mangilal 713
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 30  न
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 30 न
Shashi kala vyas
विवाह का आधार अगर प्रेम न हो तो वह देह का विक्रय है ~ प्रेमच
विवाह का आधार अगर प्रेम न हो तो वह देह का विक्रय है ~ प्रेमच
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
वादा
वादा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
!..........!
!..........!
शेखर सिंह
पन बदला प्रण बदलो
पन बदला प्रण बदलो
Sanjay ' शून्य'
चंडीगढ़ का रॉक गार्डेन
चंडीगढ़ का रॉक गार्डेन
Satish Srijan
स्वाभिमान
स्वाभिमान
Shyam Sundar Subramanian
जो घटनाएं घटित हो रही हैं...
जो घटनाएं घटित हो रही हैं...
Ajit Kumar "Karn"
भव- बन्धन
भव- बन्धन
Dr. Upasana Pandey
"उल्लास"
Dr. Kishan tandon kranti
*Maturation*
*Maturation*
Poonam Matia
3763.💐 *पूर्णिका* 💐
3763.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जब ज्ञान स्वयं संपूर्णता से परिपूर्ण हो गया तो बुद्ध बन गये।
जब ज्ञान स्वयं संपूर्णता से परिपूर्ण हो गया तो बुद्ध बन गये।
manjula chauhan
अपने वतन पर सरफ़रोश
अपने वतन पर सरफ़रोश
gurudeenverma198
उसे भूला देना इतना आसान नहीं है
उसे भूला देना इतना आसान नहीं है
Keshav kishor Kumar
क्यों गम करू यार की तुम मुझे सही नही मानती।
क्यों गम करू यार की तुम मुझे सही नही मानती।
Ashwini sharma
"" *आओ करें कृष्ण चेतना का विकास* ""
सुनीलानंद महंत
विटप बाँटते छाँव है,सूर्य बटोही धूप।
विटप बाँटते छाँव है,सूर्य बटोही धूप।
डॉक्टर रागिनी
हवाओं से कह दो, न तूफ़ान लाएं
हवाओं से कह दो, न तूफ़ान लाएं
Neelofar Khan
जितनी लंबी जबान है नेताओं की ,
जितनी लंबी जबान है नेताओं की ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
धधक रही हृदय में ज्वाला --
धधक रही हृदय में ज्वाला --
Seema Garg
रामपुर में जनसंघ
रामपुर में जनसंघ
Ravi Prakash
सफ़र जिंदगी के.....!
सफ़र जिंदगी के.....!
VEDANTA PATEL
सरस्वती वंदना-5
सरस्वती वंदना-5
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जीवनसाथी अच्छा होना चाहिए,
जीवनसाथी अच्छा होना चाहिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
■ बात सब पर लागू। नेताओं पर भी।।
■ बात सब पर लागू। नेताओं पर भी।।
*प्रणय*
सूरत से यूं बरसते हैं अंगारें कि जैसे..
सूरत से यूं बरसते हैं अंगारें कि जैसे..
Shweta Soni
मैंने आईने में जब भी ख़ुद को निहारा है
मैंने आईने में जब भी ख़ुद को निहारा है
Bhupendra Rawat
वेला
वेला
Sangeeta Beniwal
Loading...