Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Aug 2021 · 1 min read

शिष्टाचार और नेता

भाषणों में करते हैं बड़ी बड़ी ज्ञान ध्यान की बातें,
खुद पर आजमाते एक भी नहीं।
लड़ते है संसद भवन में कुत्ते बिल्लियों की तरह ,
इनमें अनुशासन और शिष्टाचार जरा सा भी नहीं।

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 2 Comments · 189 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
मजदूर
मजदूर
Dr Archana Gupta
गुम है
गुम है
Punam Pande
रंजीत शुक्ल
रंजीत शुक्ल
Ranjeet Kumar Shukla
"किताबें"
Dr. Kishan tandon kranti
3292.*पूर्णिका*
3292.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🙅आज पता चला🙅
🙅आज पता चला🙅
*Author प्रणय प्रभात*
चुनिंदा लघुकथाएँ
चुनिंदा लघुकथाएँ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मन मूरख बहुत सतावै
मन मूरख बहुत सतावै
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मुझे किराए का ही समझो,
मुझे किराए का ही समझो,
Sanjay ' शून्य'
* जगो उमंग में *
* जगो उमंग में *
surenderpal vaidya
नैन मटकका और कहीं मिलना जुलना और कहीं
नैन मटकका और कहीं मिलना जुलना और कहीं
Dushyant Kumar Patel
*निकला है चाँद द्वार मेरे*
*निकला है चाँद द्वार मेरे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नए साल की मुबारक
नए साल की मुबारक
भरत कुमार सोलंकी
बँटवारे का दर्द
बँटवारे का दर्द
मनोज कर्ण
*नौका में आता मजा, करिए मधुर-विहार(कुंडलिया)*
*नौका में आता मजा, करिए मधुर-विहार(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Kuch nahi hai.... Mager yakin to hai  zindagi  kam hi  sahi.
Kuch nahi hai.... Mager yakin to hai zindagi kam hi sahi.
Rekha Rajput
जीवन के सारे सुख से मैं वंचित हूँ,
जीवन के सारे सुख से मैं वंचित हूँ,
Shweta Soni
🐍भुजंगी छंद🐍 विधान~ [यगण यगण यगण+लघु गुरु] ( 122 122 122 12 11वर्ण,,4 चरण दो-दो चरण समतुकांत]
🐍भुजंगी छंद🐍 विधान~ [यगण यगण यगण+लघु गुरु] ( 122 122 122 12 11वर्ण,,4 चरण दो-दो चरण समतुकांत]
Neelam Sharma
मैने वक्त को कहा
मैने वक्त को कहा
हिमांशु Kulshrestha
हार हमने नहीं मानी है
हार हमने नहीं मानी है
संजय कुमार संजू
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ग़़ज़ल
ग़़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
सो रहा हूं
सो रहा हूं
Dr. Meenakshi Sharma
न जाने क्यों अक्सर चमकीले रैपर्स सी हुआ करती है ज़िन्दगी, मोइ
न जाने क्यों अक्सर चमकीले रैपर्स सी हुआ करती है ज़िन्दगी, मोइ
पूर्वार्थ
क्यों दोष देते हो
क्यों दोष देते हो
Suryakant Dwivedi
रंगो ने दिलाई पहचान
रंगो ने दिलाई पहचान
Nasib Sabharwal
शिवाजी गुरु समर्थ रामदास – ईश्वर का संकेत और नारायण का गृहत्याग – 03
शिवाजी गुरु समर्थ रामदास – ईश्वर का संकेत और नारायण का गृहत्याग – 03
Sadhavi Sonarkar
जब भी तेरा दिल में ख्याल आता है
जब भी तेरा दिल में ख्याल आता है
Ram Krishan Rastogi
यादें .....…......मेरा प्यारा गांव
यादें .....…......मेरा प्यारा गांव
Neeraj Agarwal
वो इबादत
वो इबादत
Dr fauzia Naseem shad
Loading...