Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jul 2019 · 1 min read

शिव….

शून्य से भी परे है जो वो शिव है
कल्पना का स्वरुप ही शिव है
जड़ से चेतन हो जाना ही शिव है
ध्यान मे मग्न होना ही तो शिव है
क्रोध का पहला स्वरुप ही शिव है
आनंद की अनुभूति होना ही शिव है
जल मे शिव वायु मे शिव धरा मे शिव
इस ब्रह्मांड के कण कण मे शिव है
शिव ही आरंभ शिव ही अंत है
शिव इक खोज है जो अनंत है
शिव ही सत्य है शिव ही अद्वितीय है
शिव इक ध्वनि और उसकी साधना है
शिव कभी न मिटने वाली अजर अमर आत्मा है
शिव ज्ञान है शिव ही तो भगवान है
शिव ही मेरा आराध्य है शिव ही मेरा भाग्य है
शिव ही मंगल शिव ही कल्याण है
शिव ही धर्म शिव ही संस्कृति का भान है
शिव ही तो वेद और पुराण है
शिव ही लौ है शिव ही गंगा का स्नान है
शिव ही बुद्धि शिव ही विवेक शिव ही क्रोध है
शिव ही आधार है बिन शिव न ये संसार है
शिव ही सत्य है बाकि सब मिथ्या है
शिव मे मै मुझमे शिव है शिव वो है जो अमिट है……..

#शिव???
#अंजान……

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 609 Views

You may also like these posts

मैं हारा हूं बस एक परीक्षा में
मैं हारा हूं बस एक परीक्षा में
Ankita Patel
रिश्ता ख़ामोशियों का
रिश्ता ख़ामोशियों का
Dr fauzia Naseem shad
3473🌷 *पूर्णिका* 🌷
3473🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
ये कैसी आज़ादी
ये कैसी आज़ादी
Rekha Drolia
*प्यार भी अजीब है (शिव छंद )*
*प्यार भी अजीब है (शिव छंद )*
Rituraj shivem verma
आभार🙏
आभार🙏
पं अंजू पांडेय अश्रु
बाढ़ की आपदा
बाढ़ की आपदा
अवध किशोर 'अवधू'
तितली तुम भी आ जाओ
तितली तुम भी आ जाओ
उमा झा
“तड़कता -फड़कता AMC CENTRE LUCKNOW का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम” (संस्मरण 1973)
“तड़कता -फड़कता AMC CENTRE LUCKNOW का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम” (संस्मरण 1973)
DrLakshman Jha Parimal
आप की डिग्री सिर्फ एक कागज का टुकड़ा है जनाब
आप की डिग्री सिर्फ एक कागज का टुकड़ा है जनाब
शेखर सिंह
वो इंतजार ही क्या जो खत्म हो जाए……
वो इंतजार ही क्या जो खत्म हो जाए……
shabina. Naaz
Mental health is not a luxury but a necessity .
Mental health is not a luxury but a necessity .
पूर्वार्थ
कहते हैं लड़कों की विदाई नहीं होती .
कहते हैं लड़कों की विदाई नहीं होती .
Manisha Manjari
एक सती सी
एक सती सी
Minal Aggarwal
🙅आज का सवाल🙅
🙅आज का सवाल🙅
*प्रणय*
रामधारी सिंह दिवाकर की कहानी 'गाँठ' का मंचन
रामधारी सिंह दिवाकर की कहानी 'गाँठ' का मंचन
आनंद प्रवीण
मन
मन
Ajay Mishra
आज कहानी कुछ और होती...
आज कहानी कुछ और होती...
NAVNEET SINGH
*** मां की यादें ***
*** मां की यादें ***
Chunnu Lal Gupta
नजरों से गिर जाते है,
नजरों से गिर जाते है,
Yogendra Chaturwedi
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
पहचान
पहचान
surenderpal vaidya
जीव जीवन में है परमेश्वर वास
जीव जीवन में है परमेश्वर वास
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मैं चल पड़ा हूं कहीं.. एकांत की तलाश में...!!
मैं चल पड़ा हूं कहीं.. एकांत की तलाश में...!!
Ravi Betulwala
सांझ
सांझ
Lalni Bhardwaj
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
" हकीकत "
Dr. Kishan tandon kranti
कौन कहता है वो ठुकरा के गया
कौन कहता है वो ठुकरा के गया
Manoj Mahato
आप जीवित इसलिए नही है की आपको एक दिन मरना है बल्कि आपको यह ज
आप जीवित इसलिए नही है की आपको एक दिन मरना है बल्कि आपको यह ज
Rj Anand Prajapati
कोई चाहे तो पता पाए, मेरे दिल का भी
कोई चाहे तो पता पाए, मेरे दिल का भी
Shweta Soni
Loading...