शिव से प्रार्थना!
हे –शंभू—हे शंकर ———-अब पल की देर करो न नाथ ।——————————ये आपकी कामधेनु तड़प तड़प पुकार रही है ।मानव के अत्याचार सह रही है।—–अब बिल्कुल हो चुकी है अनाथ।———-हे शंभू ———-हे शंकर अब पल की देर करो न नाथ।युग , युगों का न करो अब इंतजार। दुष्टों का बहुत बढ़ गया है अत्याचार।।हे शंभू———-हे शंकर अब पल की देर करो न नाथ।——————————ये देखो तो अब आपका बना हुआ संसार।मानव से मानव का बढ़ गया दुराचार।।अब कौन करें आकर हमें सनाथ।हे –शंभू—हे शंकर———-अब पल की देर करो न नाथ।—————+———-अब तो निर्णय लेना ही होगा। भक्तों की रक्षा करना ही होगा।———-सब कुछ तो है आपके हाथ। अब पल की देर करो न नाथ।हे–शंभू—हे शंकर अब पल की देर करो न नाथ।