शिव शक्ति
शिव शक्ति से गूँजे नाद ,शिव शक्ति से आह्लाद है
साँसों में जो भरता प्रान , उसका हर कन क्षण गुनगान है
मंदिरों में बजते घण्टों , चिड़ियों की कूँजन में
हरे भरे खेतों की हरियाली में , भँवरों की गूँजन में
पंख फैलाते पंक्षी कलरव में , उस महाकाल ही लय तान है
साँसों में जो भरता प्रान , उसका हर कन क्षण गुनगान है
शिव का शिवत्व करता जब स्पंदन, सृष्टि सृजन होता है
छल प्रपंच का नाश और ज्ञान , बुद्धि का अर्जन होता है
निशि दिन भजते जिसको सुर , नर मुनि वो
शिव मेरा प्रान है
साँसों में जो भरता प्रान , उसका हर कन क्षण गुनगान है
प्रेम भक्ति , तप का समर्पण , मन का मन को अर्पण
एक डोर में बाँधे विश्व को जो ,देखे रुप उसी का दर्पण
जीवन दाता है जो इस जग का , वो शिव मेरी जान है
साँसों में जो भरता प्रान , उसका हर कन क्षण गुनगान है