शिव मेरा भोला भाला
शक्ति का शिव गौरा का भोला,
है वो डमरूधारी बड़ा भोला भाला।
गणपति है जिनके लाल,
जय हो तेरी हे महाकाल।
उमा के पति नंदी के स्वामी,
तुमसे छुपा क्या अंतर्यामी।
अद्भुत तेरी छटा निराली,
भस्म धारण करता मेरा जटाधारी।
गंगा को सिर पर धारण करते,
भुतों की टोली संग में रखते।
हो,विष का पान करने वाला,
जग का संकट हरने वाला।
गौरा के मन को भाए ऐसे,
बांधा बंधन ना फिर टुटे जैसे।
समस्त लोकों के तुम हो कर्ता,
तुम परमात्मा, तुम परमेश्वर, तुम हो पालनहर्ता।