Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Aug 2024 · 1 min read

शिव जी

शिव जी

प्रणम्य शम्भु पूजनीय दिव्य सोमवार को।
लखो खड़े सदैव सावनी विचार धार को।
परम पिता महेश का गुणानुवाद कीजिए।
सहज महा विभूति का सदैव नाम लीजिए।
रहे सदैव चिंतना महान वंदनीय की।
प्रकाश ज्ञानपुंज स्तुत्य शम्भु वृत्ति धीय की।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 62 Views

You may also like these posts

इश्क़ में किसी मेहबूब की बाहों का सहारा हो गया ।
इश्क़ में किसी मेहबूब की बाहों का सहारा हो गया ।
Phool gufran
घनाक्षरी
घनाक्षरी
Suryakant Dwivedi
लहरों सी होती हैं मुश्किलें यारो,
लहरों सी होती हैं मुश्किलें यारो,
Sunil Maheshwari
न्याय होता है
न्याय होता है
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
साहित्य में बढ़ता व्यवसायीकरण
साहित्य में बढ़ता व्यवसायीकरण
Shashi Mahajan
हृदय को भी पीड़ा न पहुंचे किसी के
हृदय को भी पीड़ा न पहुंचे किसी के
इंजी. संजय श्रीवास्तव
सब भूल गए भूल जाने दो
सब भूल गए भूल जाने दो
Ranjeet kumar patre
हर इश्क में रूह रोता है
हर इश्क में रूह रोता है
Pratibha Pandey
ਐਵੇਂ ਆਸ ਲਗਾਈ ਬੈਠੇ ਹਾਂ
ਐਵੇਂ ਆਸ ਲਗਾਈ ਬੈਠੇ ਹਾਂ
Surinder blackpen
मंच पर मेरी आज की प्रस्तुति
मंच पर मेरी आज की प्रस्तुति
Seema Verma
2542.पूर्णिका
2542.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
कुपमंडुक
कुपमंडुक
Rajeev Dutta
परोपकार
परोपकार
ओंकार मिश्र
विचार और रस [ एक ]
विचार और रस [ एक ]
कवि रमेशराज
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
"खुद के खिलाफ़"
Dr. Kishan tandon kranti
एक साथ मिल बैठ जो ,
एक साथ मिल बैठ जो ,
sushil sarna
जब  मालूम है  कि
जब मालूम है कि
Neelofar Khan
जागृति
जागृति
Shyam Sundar Subramanian
शब्द और दबाव / मुसाफ़िर बैठा
शब्द और दबाव / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
"की टूटे हुए कांच की तरह चकना चूर हो गया वो
पूर्वार्थ
कृपा।
कृपा।
Priya princess panwar
??????...
??????...
शेखर सिंह
दो शे'र
दो शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
"सन्त रविदास जयन्ती" 24/02/2024 पर विशेष ...
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
अमृत ध्वनि छंद
अमृत ध्वनि छंद
Rambali Mishra
"डोजर" के चेप्टर पर तो "क्लोजर" लगा दिया हुजूर!अब "गुल" खिला
*प्रणय*
अनुपम पल्लव प्रेम का
अनुपम पल्लव प्रेम का
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
এটা আনন্দ
এটা আনন্দ
Otteri Selvakumar
Loading...