शिव की महिमा
जो कोई पाठ करे शिव जी का
रहे सुखी हर पल जीवन में
कण-कण में है भोले शम्भु
रख विश्वास शिव स्मरण में
शिव की महिमा अनंत अपार
सब करो इनका गुणगान
न कर सके कोई इनकी उदारता का बखान
इनके है नाम अनेको,
शिव कहो चाहे महादेव कहो भोलेनाथ कहो
भले ही कैलाशपति कहो
नाम भले ही है अनेको पर,
माया एक ही है महादेव री
शिव है सृष्टि के रखवाले
मोह,माया से कोसों दूर
है जटाधारी और तपस्वी
साथ ही है ज्ञानवान दृष्टा
शिव की महिमा अनंत अपार
सब करो इनका गुणगान
कवि : प्रवीण सैन नवापुरा ध्वेचा
बागोड़ा (जालोर)