Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jul 2020 · 1 min read

शिव का आवाहन

हे शिव शंकर हे महाकाल।
अब दिखलाओ अपना रूप विकराल।।

हर तरफ मच रहा बवाल।
आज फिर उठ रहा तुम्हारे अस्तित्व पर सवाल।।

कौन करेगा इस संसार की देखभाल।
धारण कर एक बार फिर रूप विकराल।।

अब अपने भक्तों की पीड़ा का ले संज्ञान।
समुद्र मंथन में तुमने पी हलाहल किया जग कल्याण।।

हम सब का आश टूट रहा।शरीर से प्राण छूट रहा।।

दुष्टों का तू कर संघार।
बेड़ा सबका कर तू पार।।

क्या राजा क्या रंक सब हार गए।
कोरोना ने किया ऐसा हाल कि सब धरती को चाट गए।।

न जाने किसने इस विष को बाँटा है।
इसमें किसी एक का नहीं, हम सब घाटा है।।

क्या धरती क्या आकाश सब काँप रहा।
महामारी में इंसानियत भू – जल बाँट रहा।।

आम जन कहते कोई देवता कोई धर्म नहीं कुछ लोगों की मनगढ़ंत अफवाएँ हैं।
यही बात कर रही सारी फिजाएँ हैं।।

आया अब पावन पुण्य सावन का बेला।
अब तो खत्म कर दो कोरोना का झमेला।।

समय का पहिया रुक गया।
सारा धर्म-इंसानियत झुक गया।।

हे शिव शंकर हे महाकाल।
अब दिखलाओ अपना रूप विकराल।।

हर तरफ मच रहा बवाल।
आज फिर उठ रहा तुम्हारे अस्तित्व पर सवाल।।

राज वीर शर्मा

Language: Hindi
3 Likes · 7 Comments · 553 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तुझे कैसे बताऊं तू कितना खाश है मेरे लिए
तुझे कैसे बताऊं तू कितना खाश है मेरे लिए
yuvraj gautam
एहसास कभी ख़त्म नही होते ,
एहसास कभी ख़त्म नही होते ,
शेखर सिंह
योग
योग
लक्ष्मी सिंह
हँस लो! आज  दर-ब-दर हैं
हँस लो! आज दर-ब-दर हैं
दुष्यन्त 'बाबा'
नव प्रबुद्ध भारती
नव प्रबुद्ध भारती
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बखान गुरु महिमा की,
बखान गुरु महिमा की,
Yogendra Chaturwedi
🌸*पगडंडी *🌸
🌸*पगडंडी *🌸
Mahima shukla
*छ्त्तीसगढ़ी गीत*
*छ्त्तीसगढ़ी गीत*
Dr.Khedu Bharti
साक्षर महिला
साक्षर महिला
Dr. Pradeep Kumar Sharma
गम हमें होगा बहुत
गम हमें होगा बहुत
VINOD CHAUHAN
हस्ती
हस्ती
Shyam Sundar Subramanian
अवधी स्वागत गीत
अवधी स्वागत गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
मुझको कबतक रोकोगे
मुझको कबतक रोकोगे
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
भले वो चाँद के जैसा नही है।
भले वो चाँद के जैसा नही है।
Shah Alam Hindustani
आज़ादी के दीवानों ने
आज़ादी के दीवानों ने
करन ''केसरा''
"व्याख्या-विहीन"
Dr. Kishan tandon kranti
Nothing you love is lost. Not really. Things, people—they al
Nothing you love is lost. Not really. Things, people—they al
पूर्वार्थ
खामोश रहेंगे अभी तो हम, कुछ नहीं बोलेंगे
खामोश रहेंगे अभी तो हम, कुछ नहीं बोलेंगे
gurudeenverma198
कुछ बातें पुरानी
कुछ बातें पुरानी
PRATIK JANGID
■ दोहा :-
■ दोहा :-
*Author प्रणय प्रभात*
सैनिक की कविता
सैनिक की कविता
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
मुकद्दर
मुकद्दर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
उसको फिर उसका
उसको फिर उसका
Dr fauzia Naseem shad
दिनकर/सूर्य
दिनकर/सूर्य
Vedha Singh
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गंगा दशहरा मां गंगा का प़काट्य दिवस
गंगा दशहरा मां गंगा का प़काट्य दिवस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बुढापे की लाठी
बुढापे की लाठी
Suryakant Dwivedi
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Neeraj Agarwal
हर हाल में बढ़ना पथिक का कर्म है।
हर हाल में बढ़ना पथिक का कर्म है।
Anil Mishra Prahari
25-बढ़ रही है रोज़ महँगाई किसे आवाज़ दूँ
25-बढ़ रही है रोज़ महँगाई किसे आवाज़ दूँ
Ajay Kumar Vimal
Loading...