” शिवोहम रिट्रीट “
सामोद क्षेत्र में बहुतायत में फैला
शिवोहम की रात का अद्भुत नजारा
विशालकाय गुलाबी पथरों से निर्मित
मेरी सुनहरी यादों का है वहां पिटारा,
रिजॉर्ट नहीं है, यह तो है घर सा
स्वर्ग सा लगे जो वहां वक्त गुजारा
आजाद सैनिक के सपनों का महल
हर कोई चाहे यहां समय बिताना,
कैंडल लाइट डिनर का स्वाद है
देशी झोपड़ी का रहना, देशी खाना
आर्मी टैंट का जैसलमेर सा एहसास
सफारी में थार को हवा में उड़ाना,
बालू माटी के बने अनगिनत टीले
जीप में इन सबका लुत्फ उठाना
कंटीले रास्तों में असंख्य झाड़ियां
ऊपर नीचे फिर थार को मचकाना,
घोड़ों के कदम से ताल हम मिलाते
रूफ टॉप से दिखे गिरी का नजारा
शांत रजनी में तरण ताल में नहाओ
अशोका वृक्ष सब जगह को महकारा,
शीत रात में कॉफी की भीनी खुशबू
अंगीठी में कोयलों का फ़ैला कजरारा
लकड़ी जलाकर हाथ सेंकने का मजा
कॉटेज में रह कर लगे जैसे हों महाराजा,
शिवोहम खाने का अलग ही जायका
संगीत की धुन पर जब थिरकती धरा
लाइव रसोई का आनंद भी है यहां
एक रोटी और खानी चाहे हो पेट भरा,
ठंडाई में भाए गरमा गर्म स्वादिष्ट सूप
स्वाद बढ़ाए कढ़ी संग पक्का बाजरा
गौ माता के दूध दही की बात अलग
काला तीतर के मुखारविंद से राम सुना,
उल्लू का जोड़ा बैठा पानी के टैंक पर
आध्यात्म हेतु बालाजी मंदिर भी बना
योगा और ध्यान बाबत शांत वातावरण
भोले बाबा के शिवलिंग पर पानी चढ़ा,
सूर्योदय दिखे हल्का पर्दा खिसकाते ही
जैसा मन करे वैसा कॉटेज रिज़र्व करा
फिटनेस हेतु नवीन जिम भी उपलब्ध
खाने पीने, घूमने के साथ सेहत भी बना,
लंबे चौड़े दायरे में शुकून से सब घूमो
हर वर्ग को शिवोहम सहर्ष संतुष्ट करता
तारों की रोशनी में चांदी सी धूमिल रात
टूर को एडवेंचर संग रोमांस से सजाता,
हर अवसर के लिए डिजाइन है अलग
चाहे हो जन्मदिन, चाहे हो सालगिराह
रेड कार्पेट पर युगल लगें मॉडल ज्यों
जब शिवोहम पार्टी में उन्होंने पैर धरा,
होटल ज्यों कमरे नहीं बुक होते यहां
मालदीव, आइसलैंड सा विला बुक करा
मीनू कहे जन्नत है एक बार भ्रमण करो
पूनिया परिवार का तो कभी नहीं मन भरा।