शिवस्तुति
? जय हो हे भोलेभण्डारी ?
?जय हो हे त्रिपुरारी ??
?जो भी दर में है कर जोड़े?
?उसका करते भय भवहारी?जय हो हे भोलेभण्डारी ?
? जय हो हे त्रिपुरारी ?
तन पर भस्म का लेप लगाकर ।
जटा से मां गंगा को बहाकर ?
करते हो तुम पावन धरा को?
तुम हो जगत के कल्याणी ?
?जय हो हे भोलेभण्डारी ?
?जय हो हे त्रिपुरारी ?
कैलास ध्यान लगाए तुम बैठे हो ।
गले मे सर्पमाल ऐठे हो ??
तुम-सा न कोई हे नन्दीसवारी। ? जय हो हे भोलेभण्डारी ?
?जय हो हे त्रिपुरारी ?
?भोले हो जितने शोले ?हो उतने ?
पल में रौद्र पल में हँसते ??
लीला क्या है तुम ही जानो ?
मैं क्या जानू मायाधारी ?
?जय हो हे भोलेभण्डारी?
?जय हो त्रिपुरारी ?
सृष्टि के हित के कारण ?
विष कोई अपने कण्ठ उतारकर ।
कहलाए नीलकंठधारी ?
?जय हो हे भोलेभण्डारी ?
?जय हो हे त्रिपुरारी ?
आपका भक्त आनंद मैं ?
चरणो मे नतमस्तक है हरपल।
?भांग, धतूरा, बेलपत्र ?
और दूध से करते पांवपखारी ?
कृपादृष्टि रखना हे तांडव मदारी
?जय हो हे भोलेभण्डारी?
?जय हो हे त्रिपुरारी ?
? स्तुतिकर्ता शिवभक्त :- Rj Anand Prajapati ??????????