Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jun 2022 · 1 min read

शिरडी वाले सांई

शिरडी वाले सांई धरती के कण-कण में समाया,
श्रद्धा, सबुरी और विश्वास आकर तेरे दर है पाया।

सबका मालिक एक संदेशा सारे जग को सुनाया,
क्या राज़ा क्या फ़कीर तुमने सबको दिल से अपनाया।

दया भी तू दयालु भी तू, कृपा भी तू कृपालु भी तू।
रचना भी तू रचैया भी तू, सृष्टि भी तू खिवैया भी तू।

जोत भी तू जीवन भी तू, प्यास भी तू पानी भी तू,
दान भी तू दानी भी तू, धरती भी तू अंबर भी तू।

मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर या फिर गुरुद्वारा जाऊं,
आंखें बंद करुं और मन में हीं मुस्काता पाऊं।

कैसे कह दूं जग में कहां-कहां धाम है तेरा,
मेरे मन, मेरे दिल, मेरी आत्मा में है तेरा बसेरा।

Language: Hindi
1 Like · 273 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
प्रभु राम नाम का अवलंब
प्रभु राम नाम का अवलंब
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
समय के खेल में
समय के खेल में
Dr. Mulla Adam Ali
परिवर्तन ही वर्तमान चिरंतन
परिवर्तन ही वर्तमान चिरंतन
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
3680.💐 *पूर्णिका* 💐
3680.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मैं तुझसे मोहब्बत करने लगा हूं
मैं तुझसे मोहब्बत करने लगा हूं
Sunil Suman
"डोली बेटी की"
Ekta chitrangini
अपने
अपने
Shyam Sundar Subramanian
हालात ए शोख निगाहों से जब बदलती है ।
हालात ए शोख निगाहों से जब बदलती है ।
Phool gufran
कारण
कारण
Ruchika Rai
#समझ_लें
#समझ_लें
*प्रणय*
"अगर "
Dr. Kishan tandon kranti
सत्य की खोज
सत्य की खोज
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
From I to We- Please Marry Me
From I to We- Please Marry Me
Deep Shikha
सच दुनियांँ को बोल नहीं
सच दुनियांँ को बोल नहीं
दीपक झा रुद्रा
घनाक्षरी
घनाक्षरी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मेरी ज़िंदगी की खुशियां
मेरी ज़िंदगी की खुशियां
Dr fauzia Naseem shad
दिखावटी लिबास है
दिखावटी लिबास है
Dr Archana Gupta
लड़की की जिंदगी/ कन्या भूर्ण हत्या
लड़की की जिंदगी/ कन्या भूर्ण हत्या
Raazzz Kumar (Reyansh)
बयार
बयार
Sanjay ' शून्य'
*अध्याय 5*
*अध्याय 5*
Ravi Prakash
*तू कौन*
*तू कौन*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रमेशराज की चिड़िया विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की चिड़िया विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
रुक्मणी
रुक्मणी
Shashi Mahajan
भारतीय ग्रंथों में लिखा है- “गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुर
भारतीय ग्रंथों में लिखा है- “गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुर
डॉ. उमेशचन्द्र सिरसवारी
♥️ दिल की गलियाँ इतनी तंग हो चुकी है की इसमे कोई ख्वाइशों के
♥️ दिल की गलियाँ इतनी तंग हो चुकी है की इसमे कोई ख्वाइशों के
Ashwini sharma
Let’s use the barter system.
Let’s use the barter system.
पूर्वार्थ
अमित
अमित
Mamta Rani
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी
सत्य कुमार प्रेमी
मन की प्रीत
मन की प्रीत
भरत कुमार सोलंकी
Loading...