शिक्षा बिना जीवन है अधूरा
शिक्षा बिना है, जीवन में अंधियारा।
शिक्षा लाती है, जीवन में उजियारा।।
शिक्षित बनो, घर को शिक्षित बनाओ।
शिक्षा से ही संवरेगा, जीवन हमारा।।
शिक्षा बिना है————————-।।
एक शेरनी का दूध है, यह शिक्षा।
जीवन की ताकत है, यह शिक्षा।।
शिक्षा बिना तो हम सभी कमजोर है।
एक सच्चा दोस्त है , हमारा यह शिक्षा।।
शिक्षित बनो,समाज को शिक्षित बनाओ।
शिक्षा से ही उज्ज्वल होगा, समाज हमारा।।
शिक्षा बिना है—————————–।।
आत्मनिर्भर भी हमको, शिक्षा बनाती है।
जीवन में क्रांति भी,यह शिक्षा लाती है।।
शिक्षा से ही होते हैं, सभी के सपनें पूरे।
गुलामी से आजादी,यह शिक्षा दिलाती है।।
शिक्षित बनो, देश को शिक्षित बनाओ।
शिक्षा से ही चमकेगा, यह देश हमारा।।
शिक्षा बिना है——————————।।
लुटता है हर कोई, अशिक्षित इंसान को।
ब्लैकमेल करते हैं सब,अशिक्षित इंसान को।।
कम्प्यूटर के युग में, अशिक्षित होना पाप है।
नहीं मिलता है सम्मान, अशिक्षित इंसान को।।
शिक्षित बनो, शिक्षा से सम्मान बढ़ाओ।
शिक्षा से ही सुधरेगा, यह भविष्य हमारा।।
शिक्षा बिना है——————————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)