शिक्षक
शिक्षक दे जीवन को गति, दे सदा उत्कृष्ट दिशा।
सही मार्ग बतला जीवन को, देते सदा उत्तम राह ।
मात पिता ने जन्म दे, दिया हमारे जीवन को संबल।
शिक्षक ने ज्ञान मार्ग दिखा, किया भविष्य उज्जवल।
अक्षर ज्ञान करा शिक्षक ने, पढ़ना हमको सिखलाया।
इसी ज्ञान ने सतत प्रगति, पथ पर चलना बतलाया।
शिशु से बने बालक हम, बालक से ज्ञानी बन पाए।
जीवन रूपी कर्त्तव्य पथ, शिक्षक हमको दिखलाए।
ज्ञान का दीपक जलाकर ,राहें प्रकाशित करते हैं।
जीने योग्य हमे बनाकर, भविष्य को आधार देते है।
नमन हमारे गुरुओं को, ऋणी रहेंगे जिनके सदा।
सजा जिनकी बन जाती है, जीवन की अनमोल दुआ।
स्वरचित एवं मौलिक
कंचन वर्मा
शाहजहांपुर
उत्तर प्रदेश