शिक्षक दिवस पर दोहे
1
गुरु बाँटते हैं हमें, अपना सारा ज्ञान।
कोई भी इससे बड़ा, नहीं यहाँ पर दान।।
2
सद्गुरु का ले आसरा,हो भवसागर पार।
समझाते हैं गुरु हमें, इस जीवन का सार।।
3
गुरु जैसे माता पिता, गुरु गोविंद समान ।
गुरु से ही मिलता हमें, जग में सच्चा ज्ञान।।
4
गुरु से ही मिलते हमें, हैं अपने भगवान।
इनका करना चाहिये,हम सबको सम्मान।।
5
गुरु तो मिलें अनेक हैं,सद्गुरु पर दो चार।
एकलव्य भी अब नहीं, शिष्यों की भरमार।।
6
उचित गलत की गुरु हमें,करवाते पहचान।
जीवन की हर राह को,कर देते आसान।
7
गुरु से पाकर ज्ञान ही, सपने लें आकार
करते हैं मजबूत ये, जीवन का आधार
8
गुरु होते हैं ज्ञान का, एक बड़ा भंडार
जीवन रूपी नाव को, आप लगाते पार।
05-09-2019
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद