Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jan 2019 · 1 min read

शिकायत

ऐसा नहीं कि दिल मे मुहब्बत नहीं रही।।
लेकिन मुझमें वो पहली सी शिद्दत नहीं रही।।
आती हैं तेरी याद तो अब भी कभी कभी।।
दिल मे मगर वो असल की चाहत नहीं रही।।
तन्हाई के साथ गुजारी है इक उमर हमने।।
शायद तभी से भीड़ की हमे आदत नहीं रही।।
चाहा जिसे भी दिल से वो इक जख्म दे गया।।
अपना किसी को कहने की हमें आदत नहीं रही।।
चैन आ गया कि मेरा दिल ही बुझ गया।।
आवारगी की अब तो तबीयत नहीं रही।।
अपना लिया है मैंने सबको इस तरह।।
दिल को किसी से कोई शिकायत नहीं रही।।
छोड़ा उसने साथ एक ऐसे मुकाम पर।।
शिकवे गिले की कोई शिकायत नहीं रही।।

कृति भाटिया।।

Language: Hindi
1 Like · 447 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सीख
सीख
Adha Deshwal
*नारी है अबला नहीं, नारी शक्ति-स्वरूप (कुंडलिया)*
*नारी है अबला नहीं, नारी शक्ति-स्वरूप (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ऋतु शरद
ऋतु शरद
Sandeep Pande
वो आरज़ू वो इशारे कहाॅं समझते हैं
वो आरज़ू वो इशारे कहाॅं समझते हैं
Monika Arora
आपसी समझ
आपसी समझ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मुड़े पन्नों वाली किताब
मुड़े पन्नों वाली किताब
Surinder blackpen
चंडीगढ़ का रॉक गार्डेन
चंडीगढ़ का रॉक गार्डेन
Satish Srijan
**जाते-जाते वो हम से वफ़ा कर गए**
**जाते-जाते वो हम से वफ़ा कर गए**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
" मुद्रा "
Dr. Kishan tandon kranti
कदम भले थक जाएं,
कदम भले थक जाएं,
Sunil Maheshwari
श्रद्धा से ही श्राद्ध
श्रद्धा से ही श्राद्ध
Rajesh Kumar Kaurav
■ आज का अनूठा शेर।
■ आज का अनूठा शेर।
*प्रणय*
नौकरी
नौकरी
Rajendra Kushwaha
जिंदगी सितार हो गयी
जिंदगी सितार हो गयी
Mamta Rani
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*निरोध (पंचचामर छंद)*
*निरोध (पंचचामर छंद)*
Rituraj shivem verma
रहब यदि  संग मे हमर ,सफल हम शीघ्र भ जायब !
रहब यदि संग मे हमर ,सफल हम शीघ्र भ जायब !
DrLakshman Jha Parimal
जो बीत गया है उसे भुला नहीं पाते हैं
जो बीत गया है उसे भुला नहीं पाते हैं
Sonam Puneet Dubey
कलम का जादू चल रहा, तो संसार तरक्की कर रहा।
कलम का जादू चल रहा, तो संसार तरक्की कर रहा।
पूर्वार्थ
16---🌸हताशा 🌸
16---🌸हताशा 🌸
Mahima shukla
* बिखर रही है चान्दनी *
* बिखर रही है चान्दनी *
surenderpal vaidya
ख्याल तुम्हारा आता है जब रात ये आधी लगती है*
ख्याल तुम्हारा आता है जब रात ये आधी लगती है*
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
*आओ हम वृक्ष लगाए*
*आओ हम वृक्ष लगाए*
Shashi kala vyas
तुझे बंदिशों में भी अपना राहगुज़र मान लिया,
तुझे बंदिशों में भी अपना राहगुज़र मान लिया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कहने को खामोश थी,
कहने को खामोश थी,
sushil sarna
परहेज बहुत करते है दौलतमंदो से मिलने में हम
परहेज बहुत करते है दौलतमंदो से मिलने में हम
शिव प्रताप लोधी
वहाॅं कभी मत जाईये
वहाॅं कभी मत जाईये
Paras Nath Jha
फासलों से
फासलों से
Dr fauzia Naseem shad
शेर बेशक़ सुना रही हूँ मैं
शेर बेशक़ सुना रही हूँ मैं
Shweta Soni
23/192. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/192. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...