Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Aug 2021 · 1 min read

शिकवा

सारे जहां की मोहब्बत तुझमे समाई है।
तभी तो तुझे पाने की कसम खाई है।।
तू ना मिला तो ये जिंदगी जिंदगी नही।
गर मिल गया तो जिंदगी से शिकवा नही।।

वीर कुमार जैन
21अगस्त 2021

Language: Hindi
Tag: शेर
410 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रूपमाला
रूपमाला
डॉ.सीमा अग्रवाल
2661.*पूर्णिका*
2661.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"इन्तेहा" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
परो को खोल उड़ने को कहा था तुमसे
परो को खोल उड़ने को कहा था तुमसे
ruby kumari
तुम जिसे खुद से दूर करने की कोशिश करोगे उसे सृष्टि तुमसे मिल
तुम जिसे खुद से दूर करने की कोशिश करोगे उसे सृष्टि तुमसे मिल
Rashmi Ranjan
दोहा- छवि
दोहा- छवि
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आज का अभिमन्यु
आज का अभिमन्यु
विजय कुमार अग्रवाल
"बेल"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम में डूब जाने वाले,
प्रेम में डूब जाने वाले,
Buddha Prakash
वक़्त होता
वक़्त होता
Dr fauzia Naseem shad
थोड़ा विश्राम चाहता हू,
थोड़ा विश्राम चाहता हू,
Umender kumar
ब्रांड. . . .
ब्रांड. . . .
sushil sarna
*किले में योगाभ्यास*
*किले में योगाभ्यास*
Ravi Prakash
हरतालिका तीज की काव्य मय कहानी
हरतालिका तीज की काव्य मय कहानी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पुराने पन्नों पे, क़लम से
पुराने पन्नों पे, क़लम से
The_dk_poetry
पंचतत्वों (अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी, आकाश) के अलावा केवल
पंचतत्वों (अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी, आकाश) के अलावा केवल "हृद
Radhakishan R. Mundhra
सावन भादों
सावन भादों
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
रास्तों पर चलने वालों को ही,
रास्तों पर चलने वालों को ही,
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
धरती का बेटा
धरती का बेटा
Prakash Chandra
#शुभ_दिवस
#शुभ_दिवस
*Author प्रणय प्रभात*
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
*हूँ कौन मैं*
*हूँ कौन मैं*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
Mahender Singh
विघ्न-विनाशक नाथ सुनो, भय से भयभीत हुआ जग सारा।
विघ्न-विनाशक नाथ सुनो, भय से भयभीत हुआ जग सारा।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
तन माटी का
तन माटी का
Neeraj Agarwal
कर्म से कर्म परिभाषित
कर्म से कर्म परिभाषित
Neerja Sharma
मंजिल-ए-मोहब्बत
मंजिल-ए-मोहब्बत
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
हमने तो उड़ान भर ली सूरज को पाने की,
हमने तो उड़ान भर ली सूरज को पाने की,
Vishal babu (vishu)
💐प्रेम कौतुक-277💐
💐प्रेम कौतुक-277💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
नई शिक्षा
नई शिक्षा
अंजनीत निज्जर
Loading...