शिकवा
जमाने से नहीं शिकवा,खुदी से ही शिकायत है।
मगर कोई बहुत चाहे, यही उनकी इनायत है।
जहाॅं में हैं कहीं ज्यादा,मुझे भी चाहने वाले-
अजी उनसे यही कहना,यही मेरी शराफत है।।
जमाने से नहीं शिकवा,खुदी से ही शिकायत है।
मगर कोई बहुत चाहे, यही उनकी इनायत है।
जहाॅं में हैं कहीं ज्यादा,मुझे भी चाहने वाले-
अजी उनसे यही कहना,यही मेरी शराफत है।।