शिकवा शिकायत
✒️?जीवन की पाठशाला ??️
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की बड़े अगर छोटों /बच्चों के लिए करें तो फर्ज और बच्चे अगर बड़ों के लिए करें तो अहसान ,हमने इतने समय किया इतना किया …जीवन साइकिल का पहिया है …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की पिता अगर बच्चों की ख़ुशी के लिए अपनी हैसियत से ज्यादा चाहें कुछ भी कर दें पर बुरे वक़्त के दौर में जब बच्चे कुछ करते हैं तो बारम्बार गिनाने -अहसान जताने यहाँ तक की जलील करते हुए पिता के आत्मसम्मान को मार कर उन्हें शर्मिंदा करने से भी बाज नहीं आते …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की एक पिता बिना किसी की परवाह किये हुए आधी रात को भी बच्चों की खातिर कुछ भी कर जाता है और एक दिन वही बच्चे अपनी ख़ुशी के लिए अपने पिता को ही गलत साबित कर देते हैं …,
आखिर में एक ही बात समझ आई की जीवन में कुछ लोग ऐसी किस्मत भी लिखवा कर लाते हैं की वो कुछ नहीं करते तो भी लोग उनसे खुश रहते हैं और कुछ लोग अपनी जान निकाल कर हथेली पर भी रख दें तो भी लोगों को उनसे शिकवा शिकायत रहता है …!
बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
स्वरचित एवं स्वमौलिक
“?विकास शर्मा’शिवाया ‘”?
जयपुर-राजस्थान