शिकवा, गिला ,शिकायतें
शिकवा, गिला, शिकायतें
किसी से न कर सकोगे ।
रिश्तों के आईने में कभी
खुद का भी अक्स देखो ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
शिकवा, गिला, शिकायतें
किसी से न कर सकोगे ।
रिश्तों के आईने में कभी
खुद का भी अक्स देखो ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद