Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jul 2018 · 1 min read

शालीनता (वर्ण पिरामिड, कविता)

ये
पप्पू
क्या किया
सारा देश
शर्मशार है
मुखिया बनना
रहा न आसान है।
तू
कब
समझा
तेरे लिए
मां कुर्बान
तेरी खातिर
सहती रहती
वरन् जाती ईरान।

मेरे
सपूत
हरकत
न करना
बहकावे में
राह न‌ छोड़
किसी के भी गले
सोच कर लगना।

वर्ष
चुनावी
माहोल का
शालीनता से
चाल चलन की
गम्भीरता रखना
(राजेश कौरव”सुमित्र”)

Language: Hindi
551 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rajesh Kumar Kaurav
View all
You may also like:
पूर्ण विराग
पूर्ण विराग
लक्ष्मी सिंह
दो दोस्तों में दुश्मनी - Neel Padam
दो दोस्तों में दुश्मनी - Neel Padam
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
21 उम्र ढ़ल गई
21 उम्र ढ़ल गई
Dr Shweta sood
राम आ गए
राम आ गए
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मसला सुकून का है; बाकी सब बाद की बाते हैं
मसला सुकून का है; बाकी सब बाद की बाते हैं
Damini Narayan Singh
मालपुआ
मालपुआ
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
पतंग को हवा की दिशा में उड़ाओगे तो बहुत दूर तक जाएगी नहीं तो
पतंग को हवा की दिशा में उड़ाओगे तो बहुत दूर तक जाएगी नहीं तो
Rj Anand Prajapati
भारत की पुकार
भारत की पुकार
पंकज प्रियम
जे सतावेला अपना माई-बाप के
जे सतावेला अपना माई-बाप के
Shekhar Chandra Mitra
है हमारे दिन गिने इस धरा पे
है हमारे दिन गिने इस धरा पे
DrLakshman Jha Parimal
*अहंकार*
*अहंकार*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वो अनजाना शहर
वो अनजाना शहर
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
कवि रमेशराज
पढ़े-लिखे पर मूढ़
पढ़े-लिखे पर मूढ़
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
"ओखली"
Dr. Kishan tandon kranti
जीना भूल गए है हम
जीना भूल गए है हम
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
पूस की रात।
पूस की रात।
Anil Mishra Prahari
भेज भी दो
भेज भी दो
हिमांशु Kulshrestha
"कथा" - व्यथा की लिखना - मुश्किल है
Atul "Krishn"
नौकरी
नौकरी
Aman Sinha
चंदा तुम मेरे घर आना
चंदा तुम मेरे घर आना
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
मै शहर में गाँव खोजता रह गया   ।
मै शहर में गाँव खोजता रह गया ।
CA Amit Kumar
“बदलते भारत की तस्वीर”
“बदलते भारत की तस्वीर”
पंकज कुमार कर्ण
ज़िंदगी की ज़रूरत के
ज़िंदगी की ज़रूरत के
Dr fauzia Naseem shad
* टाई-सँग सँवरा-सजा ,लैपटॉप ले साथ【कुंडलिया】*
* टाई-सँग सँवरा-सजा ,लैपटॉप ले साथ【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
भारतवर्ष स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है
भारतवर्ष स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
2644.पूर्णिका
2644.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
अनुनय (इल्तिजा) हिन्दी ग़ज़ल
अनुनय (इल्तिजा) हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
रातों की सियाही से रंगीन नहीं कर
रातों की सियाही से रंगीन नहीं कर
Shweta Soni
दिल से मुझको सदा दीजिए।
दिल से मुझको सदा दीजिए।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...