शारदा माँ
बसन्तपंचमी शारदा का महापर्व
ज्ञान ज्योति जग घर – घर विशाल
धूप – दीप – अगरबत्ती – फल – मेवा
पूजा वन्दन करे माँ भवानी के हम
वीणा बजी स्वर ध्वनि सा रे ग म प
मणि जड़ित माला फेर करें हुँकार
पुस्तक ले पढ़ें महाज्ञान का पाठ
यह लय मधुर – मधुर सरगम सार
कभी हंस कभी कमल जिनके आसन
मयूर भी पंख फैलाए नृत्य करें जहाँ
नील – श्वेत रंग शैशव के हो जहाँ आन
जीव जगत का करें कला सृजनहार