शायर
ज़हन में जहां तेरे ख्यालों ने अंगड़ाई ली,
दिल ए सफ़ों पर अश्कों ने एक शेर लिख डाला ।
इल्म नहीं था उर्दू के एक भी लफ्ज़ का ,
तेरे इश्क ने तो हमें शायर बना डाला ।
ज़हन में जहां तेरे ख्यालों ने अंगड़ाई ली,
दिल ए सफ़ों पर अश्कों ने एक शेर लिख डाला ।
इल्म नहीं था उर्दू के एक भी लफ्ज़ का ,
तेरे इश्क ने तो हमें शायर बना डाला ।