शायरी
काश फिर मिलने की वजह.मिल जाये,
साथ बिते पल मिल जाये,
चल अपनी आँखों को बंद.कर ले ,
ख्वाबों मे क्या पता बिता हुआ कल मिल जाये।
सोनु सुगंध १/१२/२०१८
काश फिर मिलने की वजह.मिल जाये,
साथ बिते पल मिल जाये,
चल अपनी आँखों को बंद.कर ले ,
ख्वाबों मे क्या पता बिता हुआ कल मिल जाये।
सोनु सुगंध १/१२/२०१८