शायरी
हर खुशी हर ग़म में तैरे साऐ का बसेरा था,
जब भी रहती थी तूं मैरें साथ उस वक्त नया सबेरा था,।
I miss you, sargam
Writer– Jayvind Singh Ngariya Ji
हर खुशी हर ग़म में तैरे साऐ का बसेरा था,
जब भी रहती थी तूं मैरें साथ उस वक्त नया सबेरा था,।
I miss you, sargam
Writer– Jayvind Singh Ngariya Ji