शायरी
हुए खुद बेवफ़ा और दोष तुम मुझपे लगाते हो
सनम कहना मेरा मानो जिगर की जांच करवा लो
अगर ना हो सके ऐसा तो इक दूजा तरीक़ा है
मेरे दिल को बदलकर पारदर्शी कांच करवा दो
शक्ति त्रिपाठी देव
हुए खुद बेवफ़ा और दोष तुम मुझपे लगाते हो
सनम कहना मेरा मानो जिगर की जांच करवा लो
अगर ना हो सके ऐसा तो इक दूजा तरीक़ा है
मेरे दिल को बदलकर पारदर्शी कांच करवा दो
शक्ति त्रिपाठी देव