Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Shobhit Ranjan
5 Followers
Follow
Report this post
2 Apr 2020 · 1 min read
शायरी
बढ़ कर तूफान के आग़ोश में दे दी ज़िन्दगी अपनी,
अरे, मरने वाले तुझे कहां ज़ीने का हुनर आता था।
Language:
Hindi
Tag:
मुक्तक
Like
Share
2 Likes
· 547 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
"गौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िंदगी चाहती है जाने क्या
Shweta Soni
हम कितने आँसू पीते हैं।
Anil Mishra Prahari
पुण्य स्मरण: 18 जून 2008 को मुरादाबाद में आयोजित पारिवारिक समारोह में पढ़ी गईं दो
Ravi Prakash
किसी के ख़्वाबों की मधुरता देखकर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अच्छा हृदय और अच्छा स्वभाव दोनों आवश्यक है वो इसलिए क्योंकि
ललकार भारद्वाज
बहुत फर्क पड़ता है यूँ जीने में।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
कहा कृष्ण ने -
महेश चन्द्र त्रिपाठी
किस जरूरत को दबाऊ किस को पूरा कर लू
शेखर सिंह
जिंदगी प्यार से लबरेज़ होती है।
सत्य कुमार प्रेमी
*"मुस्कराहट"*
Shashi kala vyas
अपवाद हमें हरेक युग में देखने को मिलता है ! एकलव्य एक भील बं
DrLakshman Jha Parimal
संवेदना
Ekta chitrangini
राम मंदिर
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
"शुक्रिया अदा कर देते हैं लोग"
Ajit Kumar "Karn"
*तू ही पूजा तू ही खुदा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सत्य खोज लिया है जब
Buddha Prakash
****वो जीवन मिले****
Kavita Chouhan
पिछले पन्ने 8
Paras Nath Jha
कविता - "करवा चौथ का उपहार"
Anand Sharma
..
*प्रणय*
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
दहेज ना लेंगे
भरत कुमार सोलंकी
धीरे-धीरे क्यों बढ़ जाती हैं अपनों से दूरी
पूर्वार्थ
4676.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दीप जलते रहें - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
या तो हम अतीत में जिएंगे या भविष्य में, वर्तमान का कुछ पता ह
Ravikesh Jha
मुक्तक
कृष्णकांत गुर्जर
कुछ बच्चों के परीक्षा परिणाम आने वाले है
ओनिका सेतिया 'अनु '
तुम अभी आना नहीं।
Taj Mohammad
Loading...