शायरी दिल से – 6
1.
शराब से भरी होती है बोतल
लेकिन उसको कोई नशा नहीं होता
ज़हर से भरी हुई होती है शीशी
उसपर ज़हर का कोई असर नहीं होता।।
2.
ये तो हम पर निर्भर है कि
किस को कितनी तवज्जो दी जाए
ज़हर से भरा गिलास फैंक दिया
जाए या हलक से उतार दिया जाए।।
3.
जो आपका अपना है
वो आपके दिल से कभी जुदा नहीं होता
है यही नियम सृष्टि का
कहने से कोई अपना पराया नहीं होता।।
4.
किया होता याद कभी उसको
तो आज तू भी यूं नहीं रोता
तू जो तड़प रहा है उसकी जुदाई में
तो आज ये सब नहीं होता।।
5.
आसान होता है हार का ठीकरा
किसी और पर फोड़ दिया जाए
जो नहीं हमारे किसी काम का
उसे बीच राह छोड़ दिया जाए।।
6.
हो मुश्किल भी सफर अगर
बीच में थोड़ा आराम किया जाए
खुद मिट जायेंगे सारे गम अगर
प्रभु को भी थोड़ा याद किया जाए।।
7.
है ये ऐसा जादू अनोखा
पराए भी अपने हो जाते है इश्क में
बहुत मज़ा आता है तब जब
तेरे मेरे सपने भी एक हो जाते है इश्क में।।