शायराना अंदाज़
मेरी चाहत है, रिश्तों में मिठास हो,
मेरी लेखनी से, खुशियों की बरसात हो।
ये इरादा नही, कहीं शक की दीवार बने,
और उसकी वजह, मेरा शायराना अंदाज़ हो।
मेरी चाहत है, रिश्तों में मिठास हो,
मेरी लेखनी से, खुशियों की बरसात हो।
ये इरादा नही, कहीं शक की दीवार बने,
और उसकी वजह, मेरा शायराना अंदाज़ हो।