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15 Feb 2022 · 1 min read

शायद ही कोई हो.

शायद ही कोई है,
जो संतुष्ट हो.
काम से अपने,
नाम से भले हो.
दुखी है कोई मिल गया,
गम है हर एक को खो जाने का,
कोई परेशान कद से
छोटू क्यों, परेशान हर लंबू.
तंबू के मालूम नुकसान.
रंग के भूरा, के काला.
कोयल गाये, कौआ कर्कश आवाज.
चालाक है दोनों.
किस किस को है आभास.

Language: Hindi
3 Likes · 3 Comments · 242 Views
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