Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Dec 2016 · 1 min read

शाम हर गुजर जाती है

शाम हर गुजर जाती है तुझे सुलाने में
रोज देर हो जाती है तुझे उठाने में

प्यार अब तलक कितना आपने किया मुझको
पर बहुत समय बीता आपको जताने में

प्रेम जो किया तुमने आज बस हमें इतना
वक्त भी लगाया है तब साथ निभाने में

बाहु का सहारा हमको मिला तभी तेरा
जब सफल हुए अपना फिर तुझे बनाने में

दूर जब चले जाओगे नहीं भुलोगे तब
उम्र एक बीतेगी आपको भुलाने में

गीत एक मैंने तेरे लिए रचा था जब
तब समय अधिक हमको भी लगा सुनाने में

73 Likes · 560 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
भर लो नयनों में नीर
भर लो नयनों में नीर
Arti Bhadauria
सुनो कभी किसी का दिल ना दुखाना
सुनो कभी किसी का दिल ना दुखाना
shabina. Naaz
अहसास तेरे होने का
अहसास तेरे होने का
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
समय के पहिए पर कुछ नए आयाम छोड़ते है,
समय के पहिए पर कुछ नए आयाम छोड़ते है,
manjula chauhan
डॉ. अम्बेडकर ने ऐसे लड़ा प्रथम चुनाव
डॉ. अम्बेडकर ने ऐसे लड़ा प्रथम चुनाव
कवि रमेशराज
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बड़ी मुश्किल है ये ज़िंदगी
बड़ी मुश्किल है ये ज़िंदगी
Vandna Thakur
लहरों सी होती हैं मुश्किलें यारो,
लहरों सी होती हैं मुश्किलें यारो,
Sunil Maheshwari
एक नज़र से ही मौहब्बत का इंतेखाब हो गया।
एक नज़र से ही मौहब्बत का इंतेखाब हो गया।
Phool gufran
प्रेम ...
प्रेम ...
sushil sarna
कुछ अपनी कुछ उनकी बातें।
कुछ अपनी कुछ उनकी बातें।
सत्य कुमार प्रेमी
शब्द
शब्द
Neeraj Agarwal
"साहस"
Dr. Kishan tandon kranti
2772. *पूर्णिका*
2772. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सफर कितना है लंबा
सफर कितना है लंबा
Atul "Krishn"
छोड़ने वाले तो एक क्षण में छोड़ जाते हैं।
छोड़ने वाले तो एक क्षण में छोड़ जाते हैं।
लक्ष्मी सिंह
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*प्रणय प्रभात*
*जमाना बदल गया (छोटी कहानी)*
*जमाना बदल गया (छोटी कहानी)*
Ravi Prakash
You never know when the prolixity of destiny can twirl your
You never know when the prolixity of destiny can twirl your
Sukoon
बचपन खो गया....
बचपन खो गया....
Ashish shukla
19, स्वतंत्रता दिवस
19, स्वतंत्रता दिवस
Dr .Shweta sood 'Madhu'
घर
घर
Dheerja Sharma
बरगद और बुजुर्ग
बरगद और बुजुर्ग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
There are instances that people will instantly turn their ba
There are instances that people will instantly turn their ba
पूर्वार्थ
🙏आप सभी को सपरिवार
🙏आप सभी को सपरिवार
Neelam Sharma
The Day I Wore My Mother's Saree!
The Day I Wore My Mother's Saree!
R. H. SRIDEVI
पेड़ पौधे (ताटंक छन्द)
पेड़ पौधे (ताटंक छन्द)
नाथ सोनांचली
अब देर मत करो
अब देर मत करो
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
ओढ़कर कर दिल्ली की चादर,
ओढ़कर कर दिल्ली की चादर,
Smriti Singh
Loading...