Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Feb 2023 · 1 min read

शान्त सा जीवन

शान्त सा जीवन जी कर देखो ।
हंस कर क्रोध को पी कर देखो ।।

रब को अपना करके देखो
उसकी इच्छा से जी कर देखो ।।

जीवन कितना शेष है इनमें ।
हर क्षण को तुम जी कर देखो ।।

चाहें सुख हो चाहें दुःख हो ।
भाव सभी तुम जी कर देखो ।।

हाथ तुम्हारे कुछ आ जाये ।
समय के पन्नों को सी कर देखो ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

10 Likes · 186 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
शेर
शेर
SHAMA PARVEEN
एक सही आदमी ही अपनी
एक सही आदमी ही अपनी
Ranjeet kumar patre
वक़्त का समय
वक़्त का समय
भरत कुमार सोलंकी
ऑंधियों का दौर
ऑंधियों का दौर
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
माँ की ममता के तले, खुशियों का संसार |
माँ की ममता के तले, खुशियों का संसार |
जगदीश शर्मा सहज
अफसोस मेरे दिल पे ये रहेगा उम्र भर ।
अफसोस मेरे दिल पे ये रहेगा उम्र भर ।
Phool gufran
अश्रु
अश्रु
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
तप रही जमीन और
तप रही जमीन और
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्रतीकात्मक संदेश
प्रतीकात्मक संदेश
Shyam Sundar Subramanian
....नया मोड़
....नया मोड़
Naushaba Suriya
वो अगर चाहे तो आगे भी निकल जाऊँगा
वो अगर चाहे तो आगे भी निकल जाऊँगा
अंसार एटवी
चाँद सी चंचल चेहरा🙏
चाँद सी चंचल चेहरा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सिंह सा दहाड़ कर
सिंह सा दहाड़ कर
Gouri tiwari
प्रदर्शनकारी पराए हों तो लाठियों की। सर्दी में गर्मी का अहसा
प्रदर्शनकारी पराए हों तो लाठियों की। सर्दी में गर्मी का अहसा
*प्रणय*
3463🌷 *पूर्णिका* 🌷
3463🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
*स्मृति: रामपुर के वरिष्ठ कवि श्री उग्रसेन विनम्र जी के दो प
*स्मृति: रामपुर के वरिष्ठ कवि श्री उग्रसेन विनम्र जी के दो प
Ravi Prakash
इश्क़
इश्क़
हिमांशु Kulshrestha
चाहता हूं
चाहता हूं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
होना नहीं अधीर
होना नहीं अधीर
surenderpal vaidya
🇮🇳एक जमाना था...🥹🥺
🇮🇳एक जमाना था...🥹🥺
Rituraj shivem verma
"व्यथा"
Dr. Kishan tandon kranti
मुश्किल है अपना मेल प्रिय।
मुश्किल है अपना मेल प्रिय।
Kumar Kalhans
ज़िंदगी की उलझन;
ज़िंदगी की उलझन;
शोभा कुमारी
मोबाइल का यूज कम करो
मोबाइल का यूज कम करो
Dhirendra Singh
प्यार ईश की वन्दना,
प्यार ईश की वन्दना,
sushil sarna
सोच और हम
सोच और हम
Neeraj Agarwal
मैं नारी हूं
मैं नारी हूं
Mukesh Kumar Sonkar
ना तो कला को सम्मान ,
ना तो कला को सम्मान ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
देखिए
देखिए "औरत चाहना" और "औरत को चाहना"
शेखर सिंह
कुछ रिश्तो में हम केवल ..जरूरत होते हैं जरूरी नहीं..! अपनी अ
कुछ रिश्तो में हम केवल ..जरूरत होते हैं जरूरी नहीं..! अपनी अ
पूर्वार्थ
Loading...