Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Mar 2021 · 1 min read

“शान्ति का उलाहना”

असेव्य देव की तरह,
सूखे पाषाण की,
छाया भी शुष्क,
वायु से खड़खड़ाते पत्ते,
अज्ञात पुष्प की सुगन्धि,
मन्द मन्द लहर,
बलात खींचती नाक को,
सुगन्ध प्रमाणित करती,
जीवन भी चालित,
ऐसी ही अज्ञात,
जीवनी शक्ति से,
शक्ति भी खोजती,
सुनहरे अवसर,
शुद्ध मानवीय प्रेम,
प्रेम डसता नहीं,
नहीं खाता है
अद्वितीय है,
विवेक से परेय,
गंगा सा पवित्र,
यमुना सा मोहभंजक,
उसी प्रेम का प्यासा,
मानव क्या-क्या,
करता नित नए,
विचारों संग,
लिखता कर्म की,
अनसुनी तख्तियाँ,
अनकही तख्तियाँ,
उन्हें कभी सँवार,
न सका वह,
शुद्ध प्रेमी,
क्यों कि था,
शान्ति का उलाहना।

©अभिषेक पाराशर???

Language: Hindi
1 Like · 371 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
Santosh Shrivastava
बहुत फर्क  पड़ता  है यूँ जीने में।
बहुत फर्क पड़ता है यूँ जीने में।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
कांटें हों कैक्टस  के
कांटें हों कैक्टस के
Atul "Krishn"
कुरीतियों पर प्रहार!
कुरीतियों पर प्रहार!
Harminder Kaur
"धीरे-धीरे"
Dr. Kishan tandon kranti
राखी की यह डोर।
राखी की यह डोर।
Anil Mishra Prahari
#बहुत_जल्द
#बहुत_जल्द
*प्रणय प्रभात*
*शिक्षक के चरणों को पूजो, वह देश-समाज जगाता है (राधेश्यामी छ
*शिक्षक के चरणों को पूजो, वह देश-समाज जगाता है (राधेश्यामी छ
Ravi Prakash
ऐ मोनाल तूॅ आ
ऐ मोनाल तूॅ आ
Mohan Pandey
दो दिलों में तनातनी क्यों है - संदीप ठाकुर
दो दिलों में तनातनी क्यों है - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
4350.*पूर्णिका*
4350.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पीकर चलना  नारियल , करना तू प्रयास ।
पीकर चलना नारियल , करना तू प्रयास ।
Neelofar Khan
आसमान में गूँजता,
आसमान में गूँजता,
sushil sarna
मां की महत्ता
मां की महत्ता
Mangilal 713
अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस
अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस
डॉ.सीमा अग्रवाल
काश
काश
Sidhant Sharma
सरस्वती वंदना-4
सरस्वती वंदना-4
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कोई मेरे दिल में उतर के तो देखे...
कोई मेरे दिल में उतर के तो देखे...
singh kunwar sarvendra vikram
नता गोता
नता गोता
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"हम बड़ा तो हम बड़ा"
Ajit Kumar "Karn"
सब्र और सहनशीलता कोई कमजोरी नहीं होती,ये तो अंदरूनी ताकत है,
सब्र और सहनशीलता कोई कमजोरी नहीं होती,ये तो अंदरूनी ताकत है,
पूर्वार्थ
- रिश्तों को में तोड़ चला -
- रिश्तों को में तोड़ चला -
bharat gehlot
तेरा होना...... मैं चाह लेता
तेरा होना...... मैं चाह लेता
सिद्धार्थ गोरखपुरी
भारत की गौरवभूमि में जन्म लिया है
भारत की गौरवभूमि में जन्म लिया है
Sonam Puneet Dubey
न मौत आती है ,न घुटता है दम
न मौत आती है ,न घुटता है दम
Shweta Soni
होठों पे वही ख़्वाहिशें आँखों में हसीन अफ़साने हैं,
होठों पे वही ख़्वाहिशें आँखों में हसीन अफ़साने हैं,
शेखर सिंह
जनरल नॉलेज
जनरल नॉलेज
कवि आलम सिंह गुर्जर
मात गे हे डोकरा...
मात गे हे डोकरा...
TAMANNA BILASPURI
आत्मा
आत्मा
Bodhisatva kastooriya
मेरे बाबूजी लोककवि रामचरन गुप्त +डॉ. सुरेश त्रस्त
मेरे बाबूजी लोककवि रामचरन गुप्त +डॉ. सुरेश त्रस्त
कवि रमेशराज
Loading...