शादी की सालगिरह
कोलकाता
18 नवम्बर 2021
आज मेरे अत्यंत प्रिय बेटे की शादी की सालगिरह है। कुछ ही वर्षो पूर्व इकलौते बेटे की शादी हर्ष, उल्लास, उमंग तथा धूम-धाम के साथ हुई थी। ऐट-होम की पार्टी मे जब वर-बधु स्टेज की ओर बढ रहे थे तो पुष्प वर्षा के आयोजन का आईडिया मेरा ही था और पुष्प वर्षा करने वालों मे मै भी शामिल था। कितना स्नेहिल मनोरम एवं मनमोहक माहौल था, मेरी तो आंखे खुशी से भर आई थी। जब भी याद करता हूं तो सजीव दृश्य चलचित्र की भांति आंखो के सामने तैरने लगता है।
मेरा जन्मदिन 19 नवम्बर को होता है। शादी की तारीख बेटे ने कुछ इस तरह सेट की थी कि शादी की सालगिरह और जन्मदिन एक के बाद एक मनाया जा सके। अतः ये दो दिवसीय पिता-पुत्र के जश्न का कार्यक्रम प्रति वर्ष मनाया जाता आ रहा है। इसमे हम दोनो एक दूसरे को सपोर्ट कर के हौसला बढाते है। सभी नियर डियर को आमंत्रित कर खुशियां मनाते हुए फूले नही समाते। इन दोनो तारीखों के आने से पहले ही आपस मे विचार-विमर्श करके तय कर लेते कि कैसे क्या करना है ?
पिछले साल कानपुर निज-निवास मे इस दो दिवसीय कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ था। मेरे सभी बच्चों का उत्साह तो देखते ही बनता था, इन्होने चुपके- चुपके काफी पहले से ही तैयारी शुरू कर दी थी। डांस म्युजिक कम्पटीशन जो रखना था। दोनो दिन केक कटे, गिफ्ट दिए गये, डांस हुआ, फैमिली डांस ने तो धूम मचा दी थी। सभी लोगो ने खूब इंजाय किया था।
लेकिन इस साल सन्नाटा दिखाई दे रहा है। हम दोनो मे इस बाबत कोई बात नही हुई। कोई पहल भी नही कर रहा है, बडा अजीब सा माहौल है क्यो कि कुछ दिनो पहले ही बेटे की मां, मेरी पत्नी का अचानक अल्प बीमारी के पश्चात निधन हो गया था। कसमकस ये थी साल भर का गम मनाया जाये या बेटे बहू की खुशी देखी जाये। सबेरे छोटी बेटी का फोन आया उसने याद दिलाया -‘मां तो है नही आप तो है, पिता होने के नाते आपका फर्ज बनता है कि बच्चों की खुशी का ध्यान रक्खें, भैय्या-भाभी की सादी की सालगिरह मनाइए।’
असमंजस ये कि यदि पत्नी वियोग मे सुथ-बुध भुलाए हूं तो बेटे को भी मां के न होने का दुख होगा। कैसे बात करूं, कहां से शुरूआत करूं ?
दिन भर उधेड बुन के पश्चात आचानक शाम को फोन उठा के बेटे का नंबर मिलाया और कहा – ‘तुम्हारी मां अब हमारे बीच नही है मै तुम्हारा पिता तो हूं, धूम-धाम से न सही लेकिन तुम्हारी शादी की सालगिरह मनाई जाएगी, डिनर बाहर करने चलेंगे।’ – न्यू अलीपुर के फेमस रेस्टोरेंट ‘जायका’ मे खाना खा के शादी की सालगिरह मनाने के लिए हम निकल पडे।
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अश्वनी कुमार जायसवाल कानपुर 904134297