शांत नगरिया राम की, रामनगर है नाम।
शांत नगरिया राम की, रामनगर है नाम।
अद्भुत इसकी भोर है, अद्भुत इसकी शाम।।
चिंता सारी ताख रख, चल मन अपने गाँव।
बुला रही है प्यार से, वट-पीपल की छाँव।।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद
शांत नगरिया राम की, रामनगर है नाम।
अद्भुत इसकी भोर है, अद्भुत इसकी शाम।।
चिंता सारी ताख रख, चल मन अपने गाँव।
बुला रही है प्यार से, वट-पीपल की छाँव।।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद