शांति
युद्ध और शांति दुष्चक्र के चारों ओर घूमते हैं, यदि शांति भंग होती है तो युद्ध होता है।
युद्ध की परिणति शांति है , जो युद्ध से उत्पन्न होने वाले सभी दुःखों को बुझा देती है।
युद्ध और शांति दुष्चक्र के चारों ओर घूमते हैं, यदि शांति भंग होती है तो युद्ध होता है।
युद्ध की परिणति शांति है , जो युद्ध से उत्पन्न होने वाले सभी दुःखों को बुझा देती है।