शांति दूत वह बुद्ध प्रतीक ।
बुत नहीं ; वह बुद्ध है ,
तन मन से वह शुद्ध है,
करुणा करते है सब पर,
वह अमर दीप प्रज्वलित है ,
शांति दूत वह बुद्ध प्रतीक।
सेवा समर्पण दया शील,
बुद्ध की वाणी ज्ञान हित,
हर लेते है दुखियों के पीर,
प्रेम अहिंसा मन में उनके,
शांति दूत वह बुद्ध प्रतीक ।
बुद्धम सरणं गच्छामि,
चलो बुद्ध की ओर,
युद्ध नहीं अब बुद्ध चाहिए,
बुद्ध की करुणा कण -कण में जागे,
शांति दूत वह बुद्ध प्रतीक ।
रचनाकार-
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा ,हमीरपुर।