-: { शहादत } :-
मेरी धरती ,,मेरा देश मेरी शहादत याद करेगी ज़रूर,
खून से सनी वर्दी मेरी, सारी कहानी बताती है,,
जो जा रहा है बेटा तू, तो जल्दी वापस आ जाना,
टूटा पड़ा हैं मकान का छत, बारिश में बूंदे टपकती है,,
कैसे मनाऊ मैं करवा चौथ,, मेरा चाँद दूर है,,
आपके बिना तो मेरी मेरी चूड़ी भी नही खनकती है,,
जनता हूँ पापा ,,जब इस दुनिया मे आऊँगा तो
मुझे गोद नही लोगे,
फिर भी आपके शौर्य से मेरी नन्ही रेखाएं चमकती है,,
जो पिचकारी दिए जा रहे हो,उसमे रंग भी तुम्ही भरना पापा,
आपके बिना होली के सारे रंग भी फीकी लगती है,,
सुना पड़ा है घर का आँगन भैया आपके बिना,,
अब किस कलाई में बाँधु राखी अपनी, रोती हर
बहन पूछती है,,
इस देश के लिए कुर्बान हो गया जो सैनिक,,
उसकी कुर्बानी दुनिया दिल से सलाम करती है,,
एक तेरे भरोसे ही तो हम चैन से रहते है,,
मस्ज़िद में अज़ान और मंदिर में रोशनी के दिये जलती है,,