शहर भी तुम्हारा संग भी तुम्हारे हैं
शहर भी तुम्हारा है ,संग भी तुम्हारे है
पत्थरो पे चाहत के किस्से सब हमारे है
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सर पटक -2 के जब ये तराशे हैं पत्थर
तब कहीं जमाने में, ताजमहल उतारे हैं
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कपिल कुमार
15/01/2017